बाबा को थैंक्स कहने की 111 विधियाँ | 111 ways of saying thanks to Baba | Sakar Murli Churnings 05-04-24
बाबा को थैंक्स कहने की 111 विधियाँ | 111 ways of saying thanks to Baba | Sakar Murli Churnings 05-04-24
बाबा को थैंक्स कहने की 111 विधियाँ | 111 ways of saying thanks to Baba | Sakar Murli Churnings 10-04-2019
गीत: किन शब्दों में आपका धन्यवाद करे…
आज मुरली के अन्त में बाबा को थैंक्स देने की बात चली थी… तो आज आपको बाबा को सच्चा-सच्चा थैंक्स कहने की 111 विधियाँ भेज रहे हैं… इन्हें प्रेम से स्वीकार करना जी!
अपना लक्ष्य प्राप्त करना!
- बाप समान, सम्पन्न, सम्पूर्ण, समीप, अव्यक्त, फरिश्ता बनना
- विकर्माजित, मायाजीत, कर्मातीत, व्यर्थ-मुक्त (फीलिंग-प्रूफ, रोना-मुक्त), विकार-जीत (काम-जीत, क्रोध-मुक्त, लोभ-जीत, मोह-जीत, अहंकार-मुक्त)
- ज्ञानवान, गुणवान, शक्तिवान, सदा श्रेष्ठ स्थिति (श्रेष्ठ चेहरा, चलन, सदा खुश, सदा सन्तुष्ट)
- अपना श्रेष्ठ परिवर्तन, बुराई छोड़ने की प्रतीज्ञा, श्रेष्ठ गुण धारण करने का वायदा
श्रीमत की पालना!
- दिनचर्या….
- रोज़ अमृतवेला (उठना और शक्तिशाली याद)
- रोज़ मुरली (सेन्टर पर, रेग्युलर, punctual, attentive, बाबा के कमरे में जाना, बातें करना वा चिट्ठी लिखना)
- चिन्तन, attention, ट्रेफिक कंट्रोल, भोजन याद में, नुमाशाम योग
- सोते वक्त… चार्ट, थोड़ी मुरली फिर याद कर बाबा की गोद में सोना
- दृष्टि … आत्मिक, गुणग्राही, शीतल
- वृत्ति … शुभ-भावना सम्पन्न, अनासक्त, उपराम
- कृति / कर्म … दिव्य, अलौकिक, प्रेरणादायी
- बोल … कम, धीरे, मीठे, आवश्यक, योगयुक्त, युक्तियुक्त
- संकल्प … शान्त, शक्तिशाली, ज्ञान-युक्त, आनंद-मय
सच्चाई सफाई!
- आज्ञाकारी, वफादार, फरमानवरदार, सपूत, ईमानदार… निश्चय-बुद्धि, समर्पण-भाव, बाबा से सच्चा रहना… नियम, मर्यादाओं पर चलना… तीव्र पुरूषार्थी बनना
- स्नेही, सहयोगी, सहजयोगी, यज्ञ-रक्षक बनना
- बाबा से सर्व सम्बन्ध निभाना (मात, पिता, शिक्षक, सतगुरु, बड़ा भाई, सखा, साजन, सर्जन, बच्चा)
- योग करना, योगी बनना, बाबा को साथ रखना, देही-अभिमानी बनना… निरन्तर योगी, स्मृति-स्वरूप बनने का लक्ष्य
- सेवा करना, बाबा का परिचय देना, निरन्तर सेवाधारी, सुखदाई, कल्याणकारी बनना… सबको आगे बढ़ाना, पालना करना… अथक, एवर-रेडी, ऑल-राउंडर, हाँ-जी का पाठ पक्का, निमित्त, निर्माण, नम्र-चित, regard देना
सार
वास्तव में बाबा को थैंक्स करने की सारी विधियों में हमारा ही कल्याण है (वा सर्वश्रेष्ठ भाग्य बनता), बाबा को तो कुछ नहीं चाहिए… तो चलिए आज सारा दिन, ऎसे सर्वोत्तम समय को इतना श्रेष्ठ सफल करे, जिससे न सिर्फ हम श्रेष्ठ बनते, सबको भी श्रेष्ठ बनाकर, सतयुग स्थापन कर लेते हैं… ओम् शान्ति!
Comments
Post a Comment